
✨परिचय :
भारतीय संस्कृति में हर कार्य को करने के पीछे कोई ना कोई आध्यात्मिक या वैज्ञानिक कारण अवश्य होता है। बाल दाढ़ी और नाखून काटने जैसे सामान्य कार्य भी पंचांग और ज्योतिष के अनुसार निर्धारित समय पर किए जाने चाहिए। संत प्रेमानंद जी महाराज जो आज के युवाओं में लाखों भक्तों के आध्यात्मिक मार्गदर्शन हैं, उन्होंने अपने प्रवचनों में बताया है कि कौन से दिन बाल दाढ़ी और नाखून काटना शुभ होता है और किन दिनों से बचना चाहिए
यह न सिर्फ धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है बल्कि हमारे मानसिक शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है।
📜 बाल दाढ़ी और नाखून काटने के दिन — विस्तार से जानिए
1. ❌ रविवार ( Sunday ): बाल दाढ़ी नाखून नहीं काटे
. धार्मिक कारण : यह दिन सूर्य देवता का माना जाता है, सूर्य आत्मा और जीवन शक्ति के प्रतीक है ।
. प्रेमानंद जी की सलाह: रविवार को इन क्रियो से शरीर की जीवन ऊर्जा कमजोर हो सकती है।
. नुकसान: स्वास्थ्य में गिरावट मानसिक तनाव और दुर्भाग्य की संभावना बढ़ सकती है।
2. ❌ सोमवार ( Monday) : वर्जित दिन
. धार्मिक मान्यता : यह दिन चंद्रमा से जुड़ा हुआ है जो मन और भावना का प्रतीक है।
. आध्यात्मिक नुकसान: सोमवार को बोल या नाखून काटने से मानसिक शांति भंग हो सकती है ।
. जीवन में प्रभाव: मूड स्विंग , मानसिक और स्थिरता और कार्यों में विग्रह।
3. ❌ मंगलवार ( Tuesday) : विशेष रूप से वर्जित
. ग्रह प्रभाव: यह अधीन मंगल ग्रह का होता है जो एग्रीटा और बाल का प्रतिनिधित्व करता है।
. प्रेमानंद जी महाराज की राय : मंगलवार को दाढ़ी या बाल काटने से आक्रोश, चोट रक्त से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
. धार्मिक मान्यता: हनुमान जी की पूजा का दिन है इस दिन शरीर पर धारदार वस्तु चलाना निषेध है।
4. ✅ बुधवार ( Wednesday ): शुभ दिन
. लाभ: यह दिन बुद्धि और संवाद का प्रतीक है।
. क्यों शुभ है? : इस दिन बाल दाढ़ी और नाखून काटने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और संदर्भ वृद्धि होती है।
. प्रेमानंद जी महाराज का सुझाव विद्यार्थियों और नौकरीपेशा वाले लोगों के लिए यह दिन बहुत अच्छा माना जाता है।
5. ✅ गुरुवार ( Thursday ): मध्यम सुभिता
. गुरु ग्रह: यह दिन बृहस्पति को समर्पित है जो ज्ञान और धर्म का प्रतिनिधित्व करता है।
. ध्यान दें: बाल या नाखून काट सकते हैं लेकिन अगर संभव हो तो स्नान करने के बाद उसे शुद्ध के साथ करें , क्योंकि ज्यादातर अपने भारत में लोग पहले बाल कटवाते हैं उसके बाद ही नहाते हैं क्योंकि ऐसा लोगों के अंदर परफेक्शन बन चुका है कि अगर हम पहले नहा लेंगे फिर बाल काटने पर फिर नहाना पड़ेगा तो इस चीज पर ध्यान ना दें।
. गुरु दक्षिणा और आशीर्वाद का दिन होने से कुछ लोग इसे छोड़ना भी पसंद करते हैं ।
6.✅ शुक्रवार ( Friday ) :उत्तम दिन
. शुक्र ग्रह: यह दिन प्रेम सौंदर्य और समृद्धि से जुड़ा हुआ है
. प्रेमानंद जी की राय : शुक्रवार को इन कार्यों को करने से विकास आकर्षक और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
. नारियों के लिए विशेष लाभकारी : महिलाओं के लिए यह दिन नाखून और बाल सजा हेतु श्रेष्ठ है।
7.❌ शनिवार ( Saturday ): यथासंभव टाले
. शनि ग्रह का प्रभाव : यह दिन कम और दंड का प्रतीक है ।
. प्रेमानंद जी की चेतावनी: शनिवार को बाल दाढ़ी या नाखून काटने से कर्म बाधाएं आ सकती है और जीवन में अनचाही समस्याएं जन्म ले सकती हैं इसलिए इस दिन बाल काटने से बचे ऐसा प्रेमानंद जी अपने सभी भक्तों से कहते हैं।
. धार्मिक मान्यता: इस दिन हनुमान जी और शनिदेव की पूजा होती है, तो शरीर पर धारदार वस्तु चलाना मना है ।
📿 प्रेमानंद जी महाराज का अध्यात्मिक संदेश:
जो व्यक्ति पंचतत्व और समय के नियमों का पालन करता है वही सच्चे अर्थों में शुभता और सौभाग्य को प्राप्त करता है
- ✅ वास्तविक लाभ (spiritual and practical benefit ):
- . मानसिक और शारीरिक संतुलन
- . स्वास्थ्य में सुधार
- . जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार
- . सौभाग्य और आत्मविश्वास में वृद्धि
- . पॉजिटिविटी
निष्कर्ष:
संत प्रेमानंद जी महाराज हमें सिखाते हैं कि छोटे-छोटे नियम हमारे जीवन में पड़े सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं बाल, दाढ़ी, और नाखून काटने जैसे छोटे कार्य भी यदि उचित दिन और समय पर किए जाएं तो जीवन में सौंदर्य शांति और समृद्धि बनी रहती है।
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